लिखता हूँ मैं,
अपने दिल की बाते
कुछ लोग समझे,
कुछ समझ नहीं पाते
मुश्किलें मेरी ज़िन्दगी में,
आते और जाते
गलत ना सीखे,
ना किसी को सिखाते
कलम से हम,
अपनी कहानियाँ बताते
कलम को ही,
अपना बंदूक बनाते
अपने दुश्मनो को,
हम पहली फुर्सत में भगाते
🎼🎼🎼🎼🎼🎼
अपने दुश्मनो को,
पहली फुर्सत में भगा
आना है, तो बेटा,
सामने से आ
कायरो की तरह,
ना पीछे छुप जा
मुश्किलो के आगे,
भाई तेरा,
कभी ना झुका।
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